रेल क्यो बंद है कभी सोचा आप क्या समझते हैं रेल कोरोना की वजह से बंद हैं?

 


अगर आप ऐसा सोचते हैं तो गलत सोचते हैं। जब हर तरह का ट्रांसपोर्ट खोल दिया गया है तो रेल चलाने में क्या दिक्कत है?

मेट्रो रेल चल सकती है, निजी ट्रेन चल सकती है, ऑटो चल सकते है, रिक्शा चल सकते है, निजी बस चल सकती है, कुछ सरकारी बस चल सकती है, बाजार खुल सकता है, चुनाव प्रचार हो सकता है, शॉपिंग मॉल खुल सकते है , सिनेमा हॉल खुल सकते है तो आम रेल क्यों नहीं चल सकती?

हो सकता है, जब रेल चलेंगी तो ये आपकी भारतीय रेल नहीं हो, अडानी रेल हो ? अभी भी कुछ चल रही हैं अडानी रेल। कोरोना तो सिर्फ बहाना है। कभी आपने सोचा कि हर रेलवे स्टेशन के बाहर वाली दुकानों, ढाबों, पार्किंग, बूट पोलिश वालों  का क्या हुआ?

स्टेशन के वेंडर कहां गए? कुली कहां गए? बुक स्टाल कहां गए? सब बेरोज़गार हो गए। कोई ऑटो चला रहा है, तो कोई ई रिक्शा। कोई ईंट गारा ढो रहा है।

अब स्टेशन दोबारा ऐसे आबाद नहीं होंगे, जैसे कोरोना से पहले आबाद थे। इन पर कॉरपोरेट का कब्ज़ा होगा। चाय...चाय...समोसे वाला की आवाज़ें नहीं आएंगी। टहलते हुए स्टेशन नहीं जा सकेंगे। सभी सुविधाएं पैसे से मिलेंगी। कॉरपोरेट तय करेगा किस कीमत में आपको क्या मिलेगा। मासिक पास बंद, सीनियर सिटीजन को मिलने वाली छूट खत्म। हर तरह की छूट खत्म।


देश बदल रहा है, रेल भी बदलेगी।

Post a Comment

0 Comments