10 पर एक चित्तौड की रानी कर्मावती ने अपनी रक्षा के लिए दिल्ली के बादशाह हुमायूं को राखी भेजी और कहा कि मैं खुद ही अपने हाथ से आपकी कलाई पर राखी बांधती मगर अली आदिल शाह ने हमारे चित्तौड़ पर हमला किया हुआ है। मैं आपको भाई मानते हुए प्यार का धागा भेज रही हूं, बहन के दिए प्यार के हदये अर्थात पुरुस्कार को स्वीकार कीजिए और बादशाह हुमायूं ने अपना हाथ आगे बढाया और राखी को बांध लिया। फिर पूछा कि क्या और कुछ कहा है आने वाले शख्स ने कहा कि एक ख़त दिया है बादशाह हुमायूं ने फौरन ख़त को सुना और करमवती की मदद को सेना भेजी।अली आदिलशाह बुरी तरह हारकर अपनी जान बचाकर भाग लिया। किन्तु रानी कर्मवती दुनिया से चली गई। बादशाह हुमायूं को उसके मरने का दुःख हुआ और वह चिता पर पहुंचे और कहा एक भाई ने अपनी बहन का जलता हुआ घर बचाने में मदद की।
इतिहास गवाह है कि गंगा जमुनी तहज़ीब से भारत पनपा है और विकसित हुआ है।
इसलिए धीरे धीरे किताबों में छपी सच्चाई को मिटाने में लगे हैं।आने वाली पीढ़ी को यह बात कही जाएगी कि मुसलमान ने हिन्दुस्तान में रहने वाले लोगों को सताया है।
,,,,,,,एक शैर की तरह ही और कुछ नहीं,,,,
, सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के उसूलों से
खुशबू आ नहीं सकती कागज़ के फूलों से।
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एच एम जफरुद्दीन
लेखक/वरिष्ठ पत्रकार
एडीटर,,
सच गोहर (इस्लामिक चैनल)
न्यूज़ एडिटर
नगीना टाइम्स न्यूज चैनल
सब एडिटर
क़ायम ख़बरें उर्दू अखबार
संवाददाता
सलाम खाकी
समझो भारत
नशीमन
9027252538
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