हज़रत मुहम्मद मुस्तफा (सल्ल0) के योमे पैदाइश के मौके पर आप सभी को दिली मुबारकबाद


आप (सल्ल)का जन्म जब छठी सदी में मक्का में हुआ तो  हालात बहुत खराब थे।बुराईयां आम थीं।बेटियों को ज़िंदा दफन करने की परंपरा थी।औरतों की भी हालत दयनीय थी।आप(सल्ल) ने एक एक करके समाज से सभी बुराइयों का खात्मा किया।

बेटियों के बारे में आप (सल्ल) ने फरमाया कि वो औरत बरकत वाली है जो पहले लड़की को जन्म दे"।आप (सल्ल)ने बेटियों को मां बाप का दुख बांटने वाली फरमाते हुए कहा कि बेटियों को न पसंद न करो,बेशक बेटियां गम गुसार हैं और अज़ीज़!


समाज मे व्याप्त घृणित परम्पराओं को खत्म करने का श्रेय आप सल्ल को जाता है।आप सभी को योमे पैदाइश  की दिल की गहराइयों से मुबारकबाद!

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